लखनऊ में ताज होटल अंडरपास पर हाल ही में हुई बारिश के दौरान हुए हुड़दंग मामले में बड़ा एक्शन लिया गया है। इस घटना के बाद गोमती नगर थाने के इंस्पेक्टर दीपक पांडे और चौकी इंचार्ज को निलंबित कर दिया गया है। इसके साथ ही, उस समय ड्यूटी पर मौजूद सभी पुलिसकर्मियों को भी निलंबित कर दिया गया है।
उच्चाधिकारियों पर भी कार्रवाई
इस घटना की गंभीरता को देखते हुए, डीसीपी प्रबल प्रताप सिंह, एडीसीपी अमित कुमावत और एसीपी अंशु जैन को भी उनके पद से हटा दिया गया है। यह कदम इसलिए उठाया गया है क्योंकि इस घटना में महिलाओं और राहगीरों के साथ अभद्रता की गई, जो कि कानून और व्यवस्था के लिए एक गंभीर मुद्दा है।
गिरफ्तारी और जांच की स्थिति
पुलिस ने अब तक इस मामले में चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जबकि अन्य आरोपियों की तलाश जारी है। इसके लिए चार विशेष टीमें गठित की गई हैं, जिनमें क्राइम ब्रांच भी शामिल है। इस मामले की गंभीरता का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि हुड़दंगियों ने एक महिला को चलती बाइक से पानी में गिरा दिया था, जिससे उनकी जान को खतरा हो सकता था।
सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल
इस घटना ने लखनऊ की सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। जिस तरह से पुलिसकर्मियों की लापरवाही और उच्चाधिकारियों की असफलता सामने आई है, उससे प्रशासन की कार्यप्रणाली पर भी सवाल उठ रहे हैं। अब देखना यह है कि आगे की जांच में क्या तथ्य सामने आते हैं और अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी कब तक होती है।
इस घटना के बाद शहर में सुरक्षा के इंतजाम और कड़े कर दिए गए हैं, ताकि ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो। प्रशासन ने जनता से अपील की है कि वे कानून व्यवस्था बनाए रखने में पुलिस का सहयोग करें और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत पुलिस को दें।