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जनशिकायत, साइबर अपराध और सड़क सुरक्षा को लेकर यूपी पुलिस की नई रणनीति
लखनऊ, 09 दिसंबर 2025।
पुलिस महानिदेशक उत्तर प्रदेश श्री राजीव कृष्ण की अध्यक्षता में पुलिस मुख्यालय, लखनऊ में एक महत्वपूर्ण स्टाफ बैठक आयोजित की गई, जिसमें आईजीआरएस (जनशिकायत), साइबर क्राइम, जीरो फैटेलिटी डिस्ट्रिक्ट और मिशन शक्ति केंद्र की विस्तृत समीक्षा की गई। बैठक में हाल ही में रायपुर में संपन्न डीजीपी/आईजीपी कांफ्रेंस की संस्तुतियों पर भी प्रस्तुतीकरण के माध्यम से गहन चर्चा हुई।
डीजीपी ने माननीय प्रधानमंत्री एवं माननीय गृहमंत्री द्वारा प्रस्तुत Strategic Vision of Policing को साझा करते हुए सभी अधिकारियों को इसे ज़मीन पर प्रभावी रूप से लागू करने के स्पष्ट निर्देश दिए।

1. IGRS / जनसुनवाई: चौकी स्तर पर अब होगी सख्त जवाबदेही
समीक्षा में पाया गया कि पिछले 5–6 महीनों में जनशिकायतों के निस्तारण की गुणवत्ता में लगातार सुधार हुआ है। कई जनपदों की नवाचारी कार्यप्रणालियों को सभी के साथ साझा किया गया।
डीजीपी के निर्देश:
सभी जनशिकायतों का समयबद्ध और गुणवत्तापूर्ण निस्तारण चौकी स्तर पर सुनिश्चित किया जाए।
जनसुनवाई को संवेदनशील, पारदर्शी और परिणामोन्मुख बनाया जाए।
चौकी प्रभारियों की स्पष्ट जवाबदेही तय की जाए।
2. साइबर क्राइम: अपराधियों की ‘कॉस्ट’ बढ़ाने के निर्देश
समीक्षा के दौरान बताया गया कि योजनाबद्ध कार्रवाई और प्रशिक्षण के परिणामस्वरूप
01 सितंबर से 07 दिसंबर 2025 के बीच Lien Percentage 17% से बढ़कर 24% हो गया है।
डीजीपी के निर्देश:
NCRP पोर्टल पर दर्ज शिकायतों की हर आधे घंटे में, तीनों शिफ्टों में समीक्षा की जाए।
सभी जनपद अगले माह 40% से अधिक Lien प्रतिशत प्राप्त करने का लक्ष्य सुनिश्चित करें।
साइबर अपराधियों की “Cost of Committing Cyber Crime” बढ़ाने के लिए
IMEI ब्लॉकिंग
फर्जी मोबाइल नंबर ब्लॉकिंग
अन्य तकनीकी उपायों पर तत्काल कार्रवाई की जाए।
3. Zero Fatality District: एक माह में सड़क दुर्घटनाओं में 15% की कमी
07 नवंबर से 07 दिसंबर 2025 के बीच किए गए प्रयासों के परिणामस्वरूप सड़क दुर्घटनाओं में 15% की कमी दर्ज की गई, जिसे डीजीपी ने उल्लेखनीय उपलब्धि बताया।
निर्देश:
जहां हाईवे पेट्रोलिंग के लिए पुलिस वाहनों की संख्या कम है, वहां NHAI के PRV वाहनों को हाईवे पेट्रोलिंग में शामिल किया जाए, ताकि दुर्घटनाओं पर और प्रभावी नियंत्रण संभव हो।
4. मिशन शक्ति केंद्र: जागरूकता को बताया सफलता की कुंजी
डीजीपी ने कहा कि मिशन शक्ति के अंतर्गत जागरूकता ही सबसे बड़ा हथियार है।
निर्देश:
आरक्षी गांव–मोहल्लों तक जाकर महिलाओं को मिशन शक्ति केंद्र की सेवाओं के बारे में जागरूक करें।
प्रत्येक स्तर पर पुलिस का व्यवहार संवेदनशील और Empathetic हो।
Assessment, काउंसलिंग और DLSA से समन्वय को और प्रभावी बनाया जाए।
संगठित अपराध और कोडीन कफ सिरप पर कड़ा रुख
डीजीपी ने निर्देश दिए कि:
गौ-तस्करी, साइबर अपराध और संगठित अपराधों में संलिप्त अपराधियों के वित्तीय लेन-देन की ट्रेल को विवेचना में शामिल कर उनके पूरे नेटवर्क को ध्वस्त किया जाए।
कोडीनयुक्त कफ सिरप प्रकरण में संलिप्त लोगों के खिलाफ कठोरतम कार्रवाई सुनिश्चित की जाए।
थाना निरीक्षण को और प्रभावी बनाने के लिए Revised Inspection Proforma शीघ्र जारी किया जाएगा।
जीरो टॉलरेंस नीति के तहत अपराध और अपराधियों के खिलाफ निरंतर और सख्त कार्रवाई की जाए।
वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से जुड़े प्रदेशभर के वरिष्ठ अधिकारी
इस बैठक में समस्त अपर पुलिस महानिदेशक जोन/पुलिस आयुक्त, पुलिस महानिरीक्षक, पुलिस उपमहानिरीक्षक परिक्षेत्र, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक/पुलिस अधीक्षक एवं प्रभारी जनपद वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से शामिल रहे।
Perfect Media News Agency
