हाथरस, उत्तर प्रदेश – स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) उत्तर प्रदेश ने हाथरस पुलिस के सहयोग से एक साहसिक अभियान में जिओ फाइबर कंपनी के मैनेजर अभिनव भारद्वाज को सकुशल रिहा कर लिया। अभिनव का 1 जनवरी 2025 को फिरौती के लिए अपहरण कर लिया गया था। इस अभियान में पुलिस मुठभेड़ के दौरान चार अपहरणकर्ताओं को गिरफ्तार किया गया।
घटना का विवरण
दिनांक 1 जनवरी 2025 को जिओ फाइबर कंपनी में कार्यरत मैनेजर अभिनव भारद्वाज का कुछ बदमाशों ने हाथरस से अपहरण कर लिया। अपहरणकर्ताओं ने उनके परिवार से 20 लाख रुपये की फिरौती की मांग की। इस मामले में हाथरस पुलिस स्टेशन पर 2 जनवरी 2025 को एफआईआर नंबर 04/24, धारा 140, 421 और 2बी बीएनएस अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज किया गया। मामले की गंभीरता को देखते हुए एसटीएफ को इस केस की जांच का जिम्मा सौंपा गया।
अभियान का संचालन
नोएडा एसटीएफ के अपर पुलिस अधीक्षक श्री राज कुमार मिश्रा के नेतृत्व और पुलिस उपाधीक्षक श्री नवेंदु कुमार के पर्यवेक्षण में इंस्पेक्टर श्री सचिन कुमार और उप निरीक्षक श्री केशव शांडिल्य के नेतृत्व में एक टीम गठित की गई। अभिसूचना के आधार पर, टीम ने अपहरणकर्ताओं की गतिविधियों का पता लगाते हुए उन्हें मुरादाबाद में ट्रैक किया।
4 जनवरी 2025 को शाम करीब 5:10 बजे, मुरादाबाद के नंदन स्वीट हाउस के पास, अपहरणकर्ता फिरौती की रकम लेने आए। एसटीएफ और हाथरस पुलिस की संयुक्त टीम ने उन्हें घेर लिया। मुठभेड़ के दौरान एक आरोपी विशाल उर्फ लाटा घायल हो गया, जिसे इलाज के लिए ट्रॉमा सेंटर भेजा गया।
गिरफ्तार आरोपियों का विवरण
- विशाल उर्फ लाटा – निवासी राजपुर धारनौला, अल्मोड़ा (मुठभेड़ में घायल)।
- गोलू ठाकुर उर्फ यश – निवासी सहार, बुलंदशहर (मुठभेड़ में घायल)।
- करन बिष्ट – निवासी मालगांव, अल्मोड़ा।
- सूजल कुमार – निवासी कनैली, धारनौला, अल्मोड़ा।
बरामदगी का विवरण
- स्विफ्ट कार (UP-14-EK-9568): घटना में इस्तेमाल की गई।
- स्कूटी (UK-01-D-3085): घटना में इस्तेमाल की गई।
- 02 मोबाइल फोन।
- ₹50,000 नकद।
घटना की पृष्ठभूमि
गोलू ठाकुर, जो पहले से ही विवादों और आपराधिक गतिविधियों में शामिल था, ने अपने सहयोगियों के साथ मिलकर अभिनव भारद्वाज का अपहरण किया। अभिनव को अल्मोड़ा ले जाया गया, जहां उन्हें एक घर में बंधक बनाकर रखा गया। फिरौती के लिए किए गए इस अपराध में गोलू ठाकुर के अलावा उनके साथी करण बिष्ट, सूजल कुमार और अन्य शामिल थे।
मुठभेड़ और आगे की कार्रवाई
अभियान के दौरान, पकबड़ा, मुरादाबाद में भी एक मुठभेड़ हुई, जिसमें गोलू ठाकुर घायल हो गया। पुलिस ने मानवीय दृष्टिकोण अपनाते हुए घायल अपराधियों का तुरंत इलाज सुनिश्चित किया।
गिरफ्तार अपराधियों के खिलाफ सिविल लाइंस पुलिस स्टेशन, मुरादाबाद में एफआईआर नंबर 07/25, धारा 109 और 281 बीएनएस अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। मामले में अन्य फरार अपराधियों की तलाश जारी है।
प्रशंसा
एसटीएफ और हाथरस पुलिस के इस सफल अभियान ने अपहृत व्यक्ति को सुरक्षित बचाकर कानून व्यवस्था पर जनता का भरोसा मजबूत किया है। उनकी त्वरित कार्रवाई की सराहना हर तरफ हो रही है।