सुल्तानपुर
गेहूं की बोरी जो निकला उसे देखकर घर वाले भी अचंभित रह गए। दरअसल वैवाहिक समारोह में मेहमानों की खातिरदारी के लिए आटा-चक्की पर पिसाई को भेजे गए गेहूं की जगह बोरी में नोटों की गड्डी निकली। मशीन को बन्द कर रुपयों को एकत्र कर इसकी सूचना उसके मालिक को दी गई। आटा चक्की संचालक ने रुपयों से भरा थैला महिला को सौंप दिया।
मोतिगरपुर थाना क्षेत्र के दोस्तपुर रोड स्थित आटा-चक्की पर उस समय आश्चर्य हुआ जब पिसाई के लिए मजदूरों ने गेहूं की बोरी खोलकर चोंगे में डाला, अनाज के साथ नोटों की गड्डियां निकलने लगीं। मजदूरों ने भागकर मशीन को बन्द किया और इसकी जानकारी चक्की संचालक को दी। पता चला है कि इसी थाना क्षेत्र के राजेन्द्र पाण्डेय के बेटे दुर्गेश की शादी रविवार यानी 12 जून को है। घर में रखी गेंहू की बोरियों को राजेन्द्र के घर वालों ने पिसाई के लिए मोतिगरपुर कस्बे में श्याम सुंदर गुप्ता की आटा-चक्की पर भेजा था। शनिवार जब मजदूरो ने गेहूं को पिसाई के लिए चोंगे में डाला तो नोटों की गड्डियां बाहर आ गईं। रुपयों को सहेजते हुए चक्की संचालक ने इसकी सूचना घर मालिक को दी,मोतिगरपुर पठख़ौली पहुंचकर राजेन्द्र की पत्नी प्रभावती को नकदी सौंपी।
राजेन्द्र ने बताया कि शादी में खर्च के लिए यह रुपये घर में रखे गए थे, जिन्हें महिलाओं ने सुरक्षित मानकर बोरी में डाल दिया था। जो भूल से चक्की पर चला आया था। फिलहाल चक्की संचालक की ईमानदारी की सराहना क्षेत्र में हो रही है। राजेन्द्र के परिजनों ने रुपया वापस करने पर चक्की संचालक और मजदूरों के प्रति आभार प्रकट किया है। चक्की संचालक श्याम सुंदर गुप्ता नेत्र चिकित्सक डॉ. राम जी गुप्ता के भतीजे हैं।