लखनऊ में चुनावी माहौल के बीच नेताओं की जुबानी जंग ने नई मुसीबत खड़ी कर दी है। भड़काऊ भाषण देने के कारण उत्तर प्रदेश में 42 मुकदमे दर्ज किए गए हैं।
सबसे अधिक मुकदमे गोंडा में दर्ज
उत्तर प्रदेश में सबसे अधिक 6 मुकदमे गोंडा जिले में दर्ज किए गए हैं। इसके बाद फतेहपुर में 3 मुकदमे दर्ज हुए हैं। कानपुर, प्रयागराज, और सीतापुर में 2-2 केस दर्ज किए गए हैं।
अन्य जिलों में भी दर्ज मुकदमे
मुरादाबाद, चित्रकूट, और बाराबंकी में दो-दो मुकदमे दर्ज हुए हैं। इसके अलावा गाजियाबाद, वाराणसी, मुजफ्फरनगर, और शामली में भी एफआईआर दर्ज की गई हैं।
कानपुर देहात से लेकर मैनपुरी तक मुकदमे
कानपुर देहात, मेरठ, संभल, बलिया, फतेहगढ़ और मैनपुरी में भी एफआईआर दर्ज की गई हैं। फिरोजाबाद, चंदौली, कुशीनगर, बदायूं, इटावा और एटा में भी मुकदमे दर्ज किए गए हैं।
एक-एक मुकदमे वाले जिले
बलरामपुर, श्रावस्ती, जौनपुर और आजमगढ़ में 1-1 एफआईआर दर्ज की गई है। चुनावी माहौल के बीच इस तरह के भड़काऊ भाषणों पर प्रशासन सख्त कार्रवाई कर रहा है ताकि शांति और सुरक्षा बनी रहे।