| Getting your Trinity Audio player ready... |
प्रमुख सचिव गृह संजय प्रसाद का कड़ा संदेश: “नशे के खिलाफ सरकार की जीरो टॉलरेंस नीति पूरी सख्ती से लागू”

DGP राजीव कृष्णा का अलर्ट: “अवैध ड्रग नेटवर्क की हर कड़ी टूटेगी, सोशल मीडिया अफवाह पर भी सख्त कार्रवाई”
लखनऊ, 08 दिसंबर 2025।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सख्त निर्देशों के अनुपालन में उत्तर प्रदेश में कोडीनयुक्त प्रतिबंधित कफ सिरप और एनडीपीएस श्रेणी की दवाओं के अवैध कारोबार के खिलाफ अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई की गई है। लोक भवन में आयोजित संयुक्त प्रेस वार्ता में प्रमुख सचिव गृह संजय प्रसाद, पुलिस महानिदेशक राजीव कृष्णा और खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन (FSDA) ने इस अभियान की विस्तृत जानकारी दी।
संजय प्रसाद: “प्रदेश में कोडीन से कोई कैजुअल्टी नहीं, सरकार पूरी तरह सतर्क”
प्रमुख सचिव गृह संजय प्रसाद ने बताया कि—
प्रदेश में कोडीन कफ सिरप से किसी भी प्रकार की कैजुअल्टी नहीं हुई है।
मुख्यमंत्री के निर्देश पर IG स्तर की SIT (विशेष जांच टीम) बनाई गई है।
सभी दवाओं को ड्रग्स के निर्धारित मानकों पर खरा उतरना अनिवार्य होगा, अन्यथा कड़ी कार्रवाई तय है।
नशे के खिलाफ यह अभियान जीरो टॉलरेंस मॉडल पर चलाया जा रहा है।
DGP राजीव कृष्णा: “अवैध डायवर्जन संगठित अपराध, हर आरोपी चिन्हित किया जाएगा”
पुलिस महानिदेशक राजीव कृष्णा ने बताया कि पिछले दो महीनों में यूपी पुलिस, STF और FSDA की संयुक्त कार्रवाई में:
279 मेडिकल स्टोरों और दवा प्रतिष्ठानों का निरीक्षण हुआ।
28 ज़िलों में 128 प्रतिष्ठानों के खिलाफ FIR दर्ज की गई।
कई ऐसे स्टोर पाए गए जो भौतिक रूप से अस्तित्व में ही नहीं थे, केवल “बिलिंग प्वाइंट” के रूप में चल रहे थे।
कोडीन कफ सिरप का नेपाल और बांग्लादेश तक अवैध डायवर्जन होने के संकेत मिले हैं।
उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि सोशल मीडिया पर भ्रामक अफवाह फैलाने वालों पर भी कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी। वाराणसी में इस संबंध में FIR भी दर्ज की जा चुकी है।
राज्यव्यापी नेटवर्क का भंडाफोड़: ट्रकों से लाखों बोतलें बरामद
सोनभद्र में बड़ी बरामदगी
18 अक्टूबर 2025 को 2 ट्रकों से 1,19,675 बोतलें कोडीन कफ सिरप बरामद।
3 अभियुक्त गिरफ्तार।
गाजियाबाद–सोनभद्र संयुक्त कार्रवाई
4 नवंबर 2025 को 4 ट्रकों से 1,57,350 शीशियां बरामद।
8 आरोपी मौके से गिरफ्तार, कुल 17 आरोपी नामजद।
STF, लखनऊ, बरेली और गोरखपुर ज़ोन की कार्रवाई
STF ने अब तक 9 बड़े तस्करों को गिरफ्तार किया।
लखनऊ ज़ोन: 11 मुकदमे, 2 गिरफ्तारी।
बरेली ज़ोन: 4 मुकदमे, 2 गिरफ्तारी।
गोरखपुर ज़ोन: 10 मुकदमे, 3 गिरफ्तार, 2 को नोटिस।
128 FIR, 28 ज़िले—नशे के खिलाफ अब तक की सबसे बड़ी कानूनी चोट
जिन ज़िलों में FIR दर्ज की गई उनमें प्रमुख रूप से शामिल हैं:
वाराणसी, जौनपुर, कानपुर नगर, गाजीपुर, लखीमपुर खीरी, लखनऊ, बहराइच, प्रयागराज, सीतापुर, रायबरेली, उन्नाव, बस्ती, बलरामपुर, अम्बेडकरनगर, आजमगढ़, सहारनपुर, बरेली, सुल्तानपुर, चंदौली, मिर्जापुर सहित कुल 28 जनपद।
अब होगी वित्तीय जांच, पूरे सिंडिकेट की कमर तोड़ने की तैयारी
इस पूरे नेटवर्क की गंभीरता को देखते हुए प्रदेश स्तर पर वित्तीय अपराधों की गहन जांच के लिए विशेष SIT गठित की जा रही है। यह टीम:
सभी चल रही जांचों की निगरानी करेगी।
लेन-देन, फर्जी लाइसेंस, बिलिंग नेटवर्क और डायवर्जन चैन की एक-एक कड़ी जोड़ेगी।
ड्रग माफिया की आर्थिक रीढ़ तोड़ने के लिए PMLA जैसी धाराओं पर भी काम करेगी।
कड़ा संदेश: “नशे के कारोबार में शामिल कोई भी बचेगा नहीं”
प्रमुख सचिव गृह संजय प्रसाद और DGP राजीव कृष्णा दोनों ने एक स्वर में कहा कि—
“उत्तर प्रदेश में नशे के खिलाफ लड़ाई अब निर्णायक चरण में पहुंच चुकी है। अवैध ड्रग कारोबार से जुड़ा कोई भी व्यक्ति कानून की पकड़ से बाहर नहीं रहेगा।”
Perfect Media News Agency

