लखनऊ – इंजीनियरिंग कॉलेज चौराहे के पास स्थित CPL डायग्नोस्टिक सेंटर एक बड़े फर्जीवाड़े का केंद्र बन गया है।
मुख्य बिंदु:
– टेक्नीशियन बना रहा जांच रिपोर्ट: सेंटर में बिना किसी योग्यता के टेक्नीशियन द्वारा जांच रिपोर्ट तैयार की जा रही हैं।
– कागजों पर ही एमडी मेडिसिन: CPL डायग्नोस्टिक सेंटर में सिर्फ कागजों पर ही एमडी मेडिसिन की मौजूदगी दर्शाई जाती है, जबकि हकीकत में वहां कोई एमडी मेडिसिन नहीं है।
– सुधीर सिंह चला रहा सेंटर: सुधीर सिंह नाम का व्यक्ति इस सेंटर का संचालन कर रहा है।
– मोटा कमीशन देकर मरीज: छोटे अस्पतालों को मोटा कमीशन देकर सुधीर सिंह मरीजों को सेंटर में लाता है।
– आग से बचाव के उपकरण नहीं: सेंटर के बेसमेंट में डायग्नोस्टिक सेंटर संचालित किया जा रहा है, जहां आग से बचाव के कोई उपकरण मौजूद नहीं हैं।
– खुद को MBBS डॉक्टर बताकर धोखा: सुधीर सिंह खुद को MBBS डॉक्टर बताकर लोगों को धोखा दे रहा है।
– विवादित जांच रिपोर्ट: गलत जांच रिपोर्ट को लेकर CPL डायग्नोस्टिक सेंटर पहले भी कई बार विवादों में रह चुका है।
निष्कर्ष:
CPL डायग्नोस्टिक सेंटर में हो रही इस गंभीर धांधली से जनता का स्वास्थ्य और सुरक्षा खतरे में है। प्रशासन को इस पर त्वरित कार्रवाई करनी चाहिए और दोषियों को सख्त सजा मिलनी चाहिए। जनता को भी सचेत रहना चाहिए और जांच के लिए मान्यताप्राप्त और विश्वसनीय सेंटरों का ही चुनाव करना चाहिए।