लखनऊ।
पुलिस महानिदेशक उत्तर प्रदेश के निर्देशन में एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स (एएनटीएफ) एवं एनसीबी (नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो) लखनऊ के सहयोग से आज 24 जून 2025 को मादक पदार्थों की पहचान, रोकथाम एवं कार्यवाही विषयक राज्य स्तरीय कार्यशाला का आयोजन किया गया।
यह कार्यशाला भारत सरकार के “नशा मुक्ति जन जागरूकता पखवाड़ा” (12 से 26 जून) के अंतर्गत आयोजित की गई, जिसका उद्देश्य समाज में नशे के दुष्परिणामों को उजागर कर उसके खिलाफ जनजागरूकता फैलाना है। श्री राजीव कृष्ण, पुलिस महानिदेशक उत्तर प्रदेश ने नशे के विरुद्ध प्रदेश व्यापी अभियान चलाए जाने के निर्देश जारी किए थे।
कार्यशाला का आयोजन लखनऊ स्थित पुलिस प्रशिक्षण निदेशालय के कांफ्रेंस हॉल में किया गया। इसमें पुलिस महानिदेशक प्रशिक्षण श्रीमती तिलोत्तमा वर्मा, अपर पुलिस महानिदेशक प्रशिक्षण श्री बी.डी. पॉलसन, पुलिस महानिरीक्षक प्रशिक्षण श्री चन्द्रप्रकाश, तथा पुलिस महानिरीक्षक एएनटीएफ श्री अब्दुल हमीद की गरिमामयी उपस्थिति रही।
इस अवसर पर राज्य के सभी कमिश्नरेट, जनपदों के नामित नारकोटिक्स नोडल अधिकारी, पुलिस प्रशिक्षण संस्थानों के प्रतिनिधि, तथा एएनटीएफ अधिकारीगण ने भौतिक व वर्चुअल माध्यम से भाग लिया।
कार्यशाला में एनसीबी के विशेषज्ञों ने मादक पदार्थों की पहचान, उनके स्वास्थ्य पर दुष्प्रभाव, तस्करी की रोकथाम, NDPS एक्ट के प्रावधानों के तहत कानूनी कार्रवाई, और NDPS के अंतर्गत वित्तीय जांच जैसे अहम विषयों पर गहन जानकारी साझा की।
पुलिस महानिरीक्षक एएनटीएफ श्री अब्दुल हमीद ने बताया कि इस प्रकार के विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रम आगे भी समय-समय पर आयोजित किए जाएंगे, जिससे प्रदेश में मादक पदार्थों की तस्करी पर प्रभावी अंकुश लगाया जा सके और तस्करों के विरुद्ध कठोरतम कार्रवाई सुनिश्चित की जा सके।