लखनऊ, 11 जून:
जिलाधिकारी विशाख जी के नेतृत्व में आज लखनऊ के IGP भवन में “₹1 में स्वच्छता अभियान” के तहत एक दिवसीय वृहद कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यशाला में द्वितीय चरण के अंतर्गत चयनित 100 ग्राम पंचायतों के प्रधानों, ग्राम सचिवों, एडीओ पंचायत व नोडल अधिकारियों को डोर-टू-डोर कूड़ा कलेक्शन तथा स्वच्छता शुल्क संग्रहण की विस्तृत जानकारी और प्रशिक्षण प्रदान किया गया।
स्वच्छता के पहले चरण की सफलता का विस्तार
कार्यशाला की शुरुआत में जिलाधिकारी लखनऊ ने उपस्थित जनों को संबोधित करते हुए कहा कि पहले चरण में चयनित 50 ग्राम पंचायतों में जो मॉडल अपनाया गया था, वही व्यवस्था अब नव चयनित 100 ग्राम पंचायतों में भी लागू की जाएगी। उन्होंने निर्देशित किया कि डोर-टू-डोर वेस्ट कलेक्शन, स्वच्छता शुल्क संग्रहण, आरआरसी सेंटर्स का संचालन आदि सभी कार्य उसी रूप में प्रभावी तरीके से संपन्न कराए जाएं।
पहले चरण के अनुभवों से मिली प्रेरणा
कार्यशाला में पहले चरण की ग्राम पंचायतों के उन प्रधानों, सचिवों व एडीओ पंचायतों ने भी भाग लिया जिन्होंने इस अभियान में उत्कृष्ट कार्य किया था। उन्होंने नव चयनित पंचायत प्रतिनिधियों के साथ अपने अनुभव साझा किए और अभियान की चुनौतियों व समाधान की जानकारी दी।
ग्राम स्तर पर होंगे स्वच्छता ऑडिट और प्रस्ताव पारित
जिलाधिकारी ने बताया कि प्रत्येक चयनित ग्राम पंचायत में स्वच्छता ऑडिट की बैठकें आयोजित की जाएंगी, जिसमें जिला स्तरीय अधिकारी प्रेक्षक के रूप में मौजूद रहेंगे। उन्होंने सभी ग्राम सचिवों को निर्देशित किया कि ग्राम सभा में प्रस्ताव पारित कर यह सुनिश्चित किया जाए कि कोई भी व्यक्ति या संस्था खुले में या खाली प्लॉट में कूड़ा न फेंके। यदि ऐसा किया गया तो उस पर जुर्माने की कार्रवाई सुनिश्चित की जाए।
अभियान से मिलेगी स्वच्छता और रोजगार दोनों
अभियान के तहत एकत्रित स्वच्छता शुल्क का उपयोग आरआरसी केंद्रों के केयरटेकर, रिक्शा चालकों के मानदेय, सफाई उपकरण, एंटी लार्वा स्प्रे मशीन, फॉगिंग मशीन आदि के लिए किया जाएगा। जिलाधिकारी ने इस अभियान को ग्रामीण क्षेत्रों में शहरी मॉडल की तर्ज पर स्वच्छता की दिशा में एक क्रांतिकारी पहल बताया।
यूनिसेफ द्वारा तकनीकी सत्र आयोजित
कार्यशाला के अंतिम सत्र में यूनिसेफ की टीम द्वारा प्रतिभागियों को तकनीकी प्रशिक्षण प्रदान किया गया। इसमें अभियान की प्रक्रिया, निगरानी व्यवस्था, रिपोर्टिंग प्रणाली और व्यवहार परिवर्तन की तकनीकें बताई गईं।
उत्कृष्ट कार्य के लिए ग्राम पंचायतों को सम्मानित किया गया
कार्यक्रम के दौरान अभियान में उत्कृष्ट कार्य करने वाली ग्राम पंचायतों – पहाड़नगर टिकरिया (विकास खंड गोसाईगंज), ढकवा (माल), भद्दी शीर्ष (मोहनलालगंज), खुशहालगंज (काकोरी), रहीमनगर पड़ियाना (सरोजिनीनगर) के ग्राम प्रधानों व सचिवों को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया।
इस कार्यशाला में मुख्य विकास अधिकारी, जिला पंचायत राज अधिकारी, यूनिसेफ टीम के सदस्य, समस्त खंड विकास अधिकारी व सहायक अधिकारी पंचायत सहित सभी संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।